फुर्सत के दो पल ...
गुरुवार, 1 अक्टूबर 2020
ब्लॉग का पुनर्जन्म
मैं और मेरी कमाई...
मैं और मेरी कमाई,
अक्सर ये बातें करते हैं,
टैक्स न लगता तो कैसा होता?
तुम न यहाँ से कटती,
न तुम वहाँ से कटती,
ना मैं उस बात पे हैरान होता,
सरकार उस बात पे तिलमिलाती,
टैक्स न लगता तो ऐसा होता,
टैक्स न लगता तो वैसा होता...
मैं और मेरी कमाई,
"ऑफ़ शोर" ये बातें करते हैं...
ये टैक्स है या मेरी तिज़ोरी खुली हुई है?
या आईटी की नज़रों से मेरी जेब ढीली हुई है,
ये टैक्स है या सरकारी रेन्सम,
कमाई का धोखा है या मेरे पैसों की खुशबू,
ये इनकम की है सरसराहट
कि टैक्स चुपके से यूँ कटा,
ये देखता हूँ मैं कब से गुमसुम,
जब कि मुझको भी ये खबर है,
तुम कटते हो, ज़रूर कटते हो,
मगर ये लालच है कि कह रहा है,
कि तुम नहीं कटोगे, कभी नहीं कटोगे,
मज़बूर ये हालात इधर भी हैं, उधर भी,
टैक्स बचाई ,कमाई इधर भी है, उधर भी,
दिखाने को बहुत कुछ है मगर क्यों दिखाएँ हम,
कब तक यूँही टैक्स कटवाएं और सहें हम,
दिल कहता है आईटी की हर रस्म उठा दें,
सरकार जो है उसे आज गिरा दें,
क्यों टैक्स में सुलगते रहें, आईटी को बता दें,
हाँ, हम टैक्स पेयर हैं,
टैक्स पेयर हैं,
टैक्स पेयर हैं,
अब यही बात पेपर में इधर भी है, उधर भी...
ये कहाँ आ गए हम... यूँ ही टैक्स भरते भरते!
बुधवार, 30 सितंबर 2020
ज़रा मुस्कुरा दीजिए
दस्तूर है ज़िंदगी का निभा दीजिए,
नहीं है मन फिर भी ज़रा मुस्कुरा दीजिए।
कौन मिलता है किसी से बिना सवारथ के,
हर किसी को न घर का पता दीजिए।
फ़ुर्सत कहाँ है दोस्तों को भी आजकल,
दिल की बात दिल में ही दबा लीजिए।
नक़ाब के पीछे चेहरा है या नक़ाब ही है चेहरा,
इतने जल्दी न किसी को दिल में जगह दीजिए।
गुरुवार, 23 अगस्त 2007
कौन कहता है कि दर्पण झूट नहीं बोलता ?
मंगलवार, 17 जुलाई 2007
लालू प्रसाद यादव के कंप्यूटर कि झलकियां
गुरुवार, 14 जून 2007
मुफ़्त में मोबाइल रिचार्ज करें
कृपया नीचे लिखे निर्देशों का पालन करें और हर महिने अपने मोबाइल को मुफ़्त में रिचार्ज करें। जी हाँ, अब ये संभव है। आप टेक्नोलॉजी से ही टेक्नोलॉजी बनाने वालों को बेवकूफ बना सकते हैं।
ये तरीका मुझे मेरे दोस्त ने भेजा है, जो आई आई टी, कानपुर से बी टेक कर रहा है। मैं उसे पूरा का पूरा नीचे पेस्ट कर रहा हूँ।
Applicable for ORANGE (HUTCH), AIRTEL, SPICE & BSNL users only ,sorryfor idea, BPL and Reliance users and it is done illegally of course. But thereare many things that are illegal in this world. But then who cares. Don’t worry nobody can trap you. No legal action can be taken on you for this. So go ahead without worrying.
अरे भाई ग़ुस्सा न हो, और न ही मुझे ढूँढने कि कोशिश करें। मैं भी उसे ढूँढ रहा हूँ, जिसने मुझे ये भेजा है।
सोमवार, 4 जून 2007
भाई लोग के प्रवचन
भई लाफ्टर चैलेन्ज ३ शुरू हो चूका है और खूब जम कर मुक़ाबला हो रहा है। इस शो से टीवी के दर्शकों को कम से कम सास बहु टाईप सिरीअल्स से कुछ समय के लिए छुटकारा तो मिलेगा। फिलहाल मुकाबला तो जोरदार लग रह है और कुछ नए आइटम भी सुनने को मिल रहे है। देखते है कि आगे क्या होगा।
वैसे आजकल जहाँ देखो, जिसे देखो, चाहे न्यूज़ चैनल हो या कोई और, सभी वही घिसे पिटे आइटम ही दिखा रहे है। कोई कलाकार किसी भी शहर मे कोई शो करके आये, ये भाई लोग उसकी सीडी तब तक अपने चैनल पर दिखाते हैं, जब तक आदमी बोर होके खुद चैनल ना बदल दे । अब इन कलाकार लोगों के पास भी वही पुराने स्टॉक किये हुए आइटम होते हैं, लिहाज़ा वही चीज़ बारबार सुनने और देखने को मिलती है ।
लेकिन जो भी हो, अपने राजू भाई का जवाब नहीं। वैसे आप कि जानकारी के लिए बता दूँ कि ये जनाब भी अपने कानपुर से ही है। आप सभी के लिए पेश है राजू भाई का एक जबर्दस्त आइटम, उम्मीद है पसंद आएगा ।
शनिवार, 2 जून 2007
गुरुवार, 31 मई 2007
आप भी आर.के.लक्ष्मण बनिए
मंगलवार, 29 मई 2007
सफ़ाई का सिलसिला
अक्सर यह बातें करते हैं
घर साफ होता तो कैसा होता
मैं किचन साफ करता ,
तुम बाथरूम धोती
मैं हॉल साफ करता ,
तुम बालकनी से देखती
लोग इस बात पे हैराँ होते
और उस बात पे हँसते ..
मैं और मेरी बीवी ,
अक्सर यह बातें करते हैं
यह हरा भरा सिंक है
या बर्तनों की जंग छिड़ी है
यह कलरफुल किचन है
या मसालों से होली खेली है
है फर्श की नयी डिज़ाइन
या दूध , बियर से धुली हैं
टॉमी की ये हालत ,
मेरी भी है , उसकी भी ,
दिल में एक तस्वीर इधर भी है , उधर भी
करने को बहुत कुछ है मगर कब करे हम
कब तक यूँ ही इस तरह रहे हम
दिल कहता है की कोई वैक्यूम क्लिनर ला दे
ये कार्पेट जो है उसे फिकवा दे ,
हम साफ रह सकते है ,
लोगों को बता दें ,
हाँ हम मियाँ बीवी है - मियां बीवी है - मियां बीवी है
अब दिल मैं यही बात ,
इधर भी है उधर भी ......
सब को बतादें !
मैं और मेरी बीवी , अक्सर यह बातें करते हैं !
सोमवार, 28 मई 2007
#include < STD ISD PCO.h >
#include < mobile.h >
#include < love.h >
#define Cute beautiful_lady
/* MAIN FUNCTION DEFINATION */
main()
{
goto college;
scanf("100%",&ladies);
if(lady ==Cute)
line++;
while( !reply )
{
printf("I Love U");
scanf("100%",&reply);
}
if(reply == "GAALI")
main(); /* go back and repeat the process */
else if(reply == "SANDAL")
exit(1); /* Exit immediately */
else if(reply == "I Love U")
{
lover =Cute ;
love = (heart*)malloc(sizeof(lover));
}
goto restaurant;
restaurant:
{
food++;
smile++;
pay->money = lover->money;
return(college);
}
if(time==2.30)
goto cinema;
cinema:
{
watch++;
if(intermission)
{
coke++;
Popecorn++;
}
}
if(time ==6.00)
goto park;